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    अश्विनी गुप्ता ऑल इण्डिया- सब जुनियर रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामैंट , पंचकूला

    Publish Date: जनवरी 9, 2022

    1. श्री ज्ञानचन्द गुप्ता जी, अध्यक्ष विधान सभा एवं चेयरमैन Sports Promotion Society Panchkula
    2. श्री कंवर पाल जी, शिक्षा मंत्री हरियाणा।
    Sports Promotion Society Panchkula के सभी पदाधिकारीगण, प्रशासनिक अधिकारीगण, देश भर से आए सभी खिलाड़ी, खेल प्रेमी भाईयो-बहनों, पत्रकार व छायाकार बंधुओं। मैं इस समारोह में देश भर से आए खिलाड़ियांे का और आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन करता हूँ।
    मैं विशेष रूप से इस टूर्नामैंट के आयोजन के लिए श्री ज्ञानचन्द गुप्ता जी को बधाई देता हूँ जिन्होंने सोसायटी के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर का टूर्नामैंट करवाया है। जैसा कि टूर्नामैंट के नाम से पता चलता है कि यह टूर्नामैंट ज्ञान चन्द गुप्ता जी के बेटे अश्विनी गुप्ता की याद में हो रहा है। अश्विनी गुप्ता स्कूल स्तर के नैशनल लेवल के बैडमिंटन खिलाड़ी रहे हैं। एक हादसे में उनके चले जाने के बाद से ज्ञान चन्द गुप्ता जी ने उनकी याद में खेल को बढ़ावा देने के लिए ट्रस्ट बनाया और 2006 से लगातार कब्बड्डी, बैडमिंटन व अन्य खेल टूर्नामैंट करवा रहे हैं। इनका उद्देश्य है कि खेलों को बढ़ावा दिया जाए ताकि युवाओं को नशे आदि से दूर रहें। इसके सार्थक परिणाम भी सामने आए हैं।
    खेल एक ऐसा क्षेत्र है जिससे व्यक्ति के चरित्र का निर्माण होता है साथ ही व्यक्ति स्वयं को स्वस्थ रख सकता है। जैसा कि कहा गया है कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाग का वास होता है। स्वस्थ दिमाग होगा तो युवा अपने कैरियर को हर क्षेत्र में स्वर्णिम बना पाएंगे। इसलिए जरूरी है कि सभी युवा खेलों से जुडे़े। आज खेलों में नाम और प्रतिष्ठा के साथ-साथ अच्छा कैरियर भी है।
    यहां दो जनवरी से आज तक चला यह बच्चों का राष्ट्रीय स्तर का बड़ा टूर्नामैंट है। आशा है कि इस टूर्नामैंट से अच्छे खिलाड़ी निकलेंगे जो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचेंगे।

    बैडमिंटन खेल पिछले दो दशक से देश में लोकप्रिय हुआ है। विशेष रूप से इस खेल में लड़कियों ने सायना नेहवाल, पी.वी. सिन्धु और अन्य खिलाड़ियों ने विश्वस्तर पर देश का प्रचम फहराया है। इस टूर्नामैंट में भी कई अन्तर्राष्ट्रीय जुनियर खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। हरियाणा से उन्नति हुड्डा और दूसरे खिलाड़ी भी हैं। मैं इन सबको शुभकामनाएं देता हूँ।

    इस राष्ट्रीय स्तर की टूर्नामैंट में कुछ बच्चों ने जीत दर्ज की कुछ अन्तिम तक जीत बरकरार नहीं रख पाये मैं सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूँ, जिन्होंने जीत दर्ज की और जो खिलाड़ी जीत से वंचित रहे हैैं उनको भी बधाई देता हूॅ कि वेे और ज्यादा मेहनत से तैयारी कर भविष्य में होने वाले खेल टूर्नामेंट में विजयी हांे।
    मुझे पता चला है कि इस टूर्नामैंट में सभी राज्यों के 880 खिलाड़ियों ने भाग लिया है।
    खुशी इस बात की है कि इन खिलाड़ियों में 550 लड़कियों ने भागीदारी की है। इस टूर्नामैंट को जूनियर बैडमिंटन का महाकुंभ कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। इस चैम्पियनशिप की सफलता के लिए मैं आयोजकों को बधाई देता हॅू।
    इसके साथ-साथ मैं स्पोर्टस प्रोमोशन सोसायटी के सभी पदाधिकारियों , प्रशासनिक व खेल विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को भी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ, जिन्होंने नौ दिन तक चले इस बड़े टूर्नामैंट की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
    भारत सरकार ने खेल प्रतिभाएं तराशने के लिए ”खेलो इण्डिया” कार्यक्रम शुरू किया है जिससे खिलाड़ियो को प्रतिभा दिखाने का एक मौका मिला है। खेलों को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार ने टोप्स (Tops) कार्यक्रम भी शुरू किया है जिसके तहत चुने हुए खिलाड़ियों को 5 लाख रू तक की सालाना आर्थिक सहायता दी जा रही है।
    प्रिय सज्जनों हरियाणा प्रदेश का नाम पहले पारम्परिक व मैदानी खेलों मंे जाना जाता था अब इन्डोर खेलों मंे भी प्रदेश के खिलाड़ियों ने अपनी पहचान बनाई। विशेषरूप से सिंगल खेलों व एथलैटिक्स में हरियाणा के खिलाड़ियों ने अपने आप को तैयार किया। विभिन्न स्तरों पर न केवल प्रदेश का बल्कि देश का नाम रोशन किया है। युवाओं ने आज खेल को कैरियर के रूप में अपनाया है।
    सभी प्रदेशवासी बधाई के पात्र हैं कि हरियाणा देश की जनसंख्या का मात्र दो प्रतिशत होते हुए भी खेलों का हब बना है और भारत का नाम रोशन किया।
    हरियाणा में बच्चों का खेलों के प्रति और अधिक रूझान पैदा करने के उद्देश्य से 297 खेल नर्सरियां चलाई जा रही है। यहां तक कि कोविड-19 के कारण अधिकतर नर्सरी ऑनलाईन भी चलाई गई ताकि बच्चों को खेलों से जोड़ा रखा जा सके।
    हरियाणा में प्रत्येक गांव में 2-2 युवा क्लबों का गठन का फैसला लिया है अब तक पांच हजार गांव में युवा क्लबों का गठन किया जा चुका है। इस प्रकार से प्रदेश में खेलों का वातावरण तैयार हुआ है।
    हरियाणा सरकार की खेल नीति खिलाडियों को प्रोत्साहित करने के लिये अधिकतम नकद पुरस्कार तथा नौकरी में आरक्षण इत्यादि सुविधाओं के कारण पूरे देश में उत्तम है। ओलम्पिक खेलांे हेतू चुने गए हरियाणा के खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार राशि में से प्रशिक्षण तथा खुराक हेतू अग्रिम 5 लाख रूपये देने का प्रावधान है।

    प्रदेश की खेल नीति के तहत ओलंपिक और पैरालम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 6 करोड़, रज़त पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 4 करोड रूपए और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को अढ़ाई करोड़ रूपए की राशि दी जा रही है।
    हरियाणा में खिलाड़ियों के लिए क्लास वन से क्लास फोर तक के पदों की सीधी भर्ती में आरक्षण का प्रावधान किया गया है।

    प्रदेश में उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित रोज़गार सुनिश्चित करने के लिए नए नियम 2021 बनाये गए हैं, जिनके तहत 85 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां भी दी जा चुकी हैं। इससे जूनियर खिलाड़ी प्रोत्साहित हो रहे हैं।

    मुझे प्रसन्नता है कि टोक्यो ओलंपिक व पैरालम्पिक में पदक जीतने वाले प्रतिभागी खिलाड़ियों को 55 करोड़ से भी अधिक की राशि पुरस्कार के रूप में दी गई है।
    मेरी आप सभी खिलाड़ियों से अपील है कि आप पढ़ाई के साथ-साथ खेलों से जुडें और खेलों को कैरियर के रूप में अपनाकर दृढ़ निश्चिय से आगे बढ़ें। सभी खिलाड़ी पूरे आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति के साथ अपने खेलों में शत प्रतिशत दें।
    केन्द्र और राज्य सरकार आपके साथ है और सरकार द्वारा हर सम्भव मदद की जाएगी। एक बार फिर मैं सभी खिलाड़ियों का अभिनन्दन करते हुए सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ।
    साथ ही अश्विनी गुप्ता ऑल इण्डिया- सब जुनियर रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामैंट के लिए आयोजकों को बधाई देता हूं तथा आप सभी के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।
    धन्यवाद
    जयहिन्द!